प्रयागराज में दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक आयोजन महाकुंभ शुरू हो रहा है। अगले 45 दिनों तक करोड़ों लोग पवित्र स्नान के लिए संगम में डुबकी लगाएंगे।
यह महाकुंभ कई मायनों में खास है, जिसमें बड़े पैमाने पर तैयारियां, सुरक्षा व्यवस्था और कई नए आयोजन शामिल हैं।
दुनिया के सहसे बड़ जनसमूह की मेजबानी करेगा प्रयागराज
प्रयागराज, जिसे पहले इलाहाबाद के नाम से जाना जाता था, कल से दुनिया के सबसे बड़े जनसमूह की मेजबानी करेगा। गंगा, यमुना और पौराणिक सरस्वती के संगम पर 4 हजार हेक्टेयर में फैला एक अस्थायी जिला बनाया गया है, जहां अगले 45 दिनों तक देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु पवित्र स्नान के लिए आएंगे। इस महाकुंभ के लिए लगभग 12,670 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है, जिसमें केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार दोनों ने मिलकर 410 से अधिक परियोजनाओं को पूरा किया है। प्रशासन के लिए यह 45 दिनों का समय एक बड़ी परीक्षा होगा, जहां उन्हें बिजली-पानी की आपूर्ति, कचरा प्रबंधन, सुरक्षा, भीड़ नियंत्रण, यातायात प्रबंधन और आपातकालीन सेवाएं जैसी चुनौतियों का सामना करना होगा।